धमतरी :: छत्तीसगढ़ में पुतरी पुतरा के विवाह का विशेष महत्व है ऐसा माना जाता है कि अक्ति के दिन किसी भी शुभ कार्य के लिए पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं होती है। धमतरी नगर में कोरोना स॑क्रमण एवं लाॉकडाउन के चलते बच्चों ने अपने घरों में गुड्डा गुड़ियो का विवाह रचाकर अक्षय तृतीया का त्यौहार मनाया गया ।
नगर के समाजसेवी गुड्डा रजक ने बताया कि किसान इसी दिन से ही अपनी खेती किसानी का कार्य प्रारंभ कर देते हैं ।फसल के लिए लग्न शुभ माना जाता है अक्षय तृतीया पर्व का इंतजार बच्चे सालभर से करते हैं अन्य त्यौहार की तरह यह पर्व भी बच्चों एवं बड़ों में प्रिय है इस दिन से किसान देवी देवताओं का पूजा अर्चना कर अपने खेतों में फसल लगाने की तैयारी करता है। बच्चों द्वारा अक्ति पर पुतरी पुतरा का विवाह रचाया जाता है।
वहीं पोस्ट आफिस वार्ड निवासी हिमांशी रजक 6 साल ने भी अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर घर में ही गुड्डा गुड़ियो का विवाह रचाया और चुलमाटी , पस्तेला , बारात , भाजी खिलाने की रस्म निभाई और कोरोना स॑क्रमण एवं लॉकडाउन के पालन कर दूल्हा दुल्हन को मास्क पहेनाकर और दो गज दूरी बनाकर आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया। जिसको देखते हुए वार्ड वासी हिमांशी रजक का प्रशंसा की और साथ ही दोनों जोड़ों को गिफ्ट एवं शादी सामग्री भी भेंट किया गया। जिसमें उपस्थित स॑तोष साहू , सोहन लाल रजक , डिगेशवरी रजक , रानी यादव , पिंकी साहू आदि।